भगवान शिव विवाह में उमड़ा जनसैलाब लोगों ने मनाई खुशियां
डोंबिवली ,जय मां शेरावाली जन कल्याण ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्री राम कथा में दूसरे दिन अयोध्या के कथावाचक पंडित श्री लवकुश शास्त्री ने मानस पर प्रवचन करते हुए कहा कि देवी पार्वती हिम नरेश हिमवान और उनकी रानी मैनावती की पुत्री हैं। पार्वती जी का विवाह भगवान शंकर से हुआ है। इन्हें पार्वती के अलावा उमा, गौरी और सती सहित अनेक नामों से जाना जाता है। माता पार्वती प्रकृति स्वरूपा कहलाती हैं। किंवदंतियों के अनुसार पार्वती के जन्म का समाचार सुनकर देवर्षि नारद हिमालय नरेश के घर आए और उनके पूछने पर देवर्षि ने बताया कि ये कन्या सभी सुलक्षणों से संपन्न है और उनका विवाह शंकरजी से होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महादेव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए देवी पार्वती को घोर तपस्या करना होगा। अतत: शिव पार्वती का विवाह हुआ, बाद में इनके दो पुत्र कार्तिकेय तथा गणेश हुए। कई पुराणों के अनुसार इनकी अशोक सुंदरी नाम की एक पुत्री भी थी। ऐसे ही एक कथा के अनुसार शंकर जी ने पार्वती के अपने प्रति प्रेम की परीक्षा लेने के लिये सप्तऋषियों को उनके पास भेजा। जिन्होंने देवी के पास जाकर यह समझाने के अनेक प्रयत्न किये कि शिव जी औघड़, अमंगल वेषधारी, जटाधारी और भूत प्रेतों के संगी हैं, इसलिए वे, उनके लिए उपयुक्त वर नहीं हैं। शिव जी के साथ विवाह करके पार्वती को सुख की प्राप्ति नहीं होगी, अत: वे अपना इरादा बदल दें, किन्तु पार्वती अपने निर्णय पर दृढ़ रहीं। यह देखकर सप्तऋषि अत्यन्त प्रसन्न हुए और उन्हें सफल मनोरथ होने का आशीर्वाद देकर शिव जी के पास वापस आ गए।पंडित श्री लव कुश शास्त्री द्वारा मनमोहक कथा का रसास्वादन कथा सुनने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।आज विशेष रूप से विश्वनाथ दुबे,इंद्रमणि चौबे, के एल प्रजापति,पवन मिश्रा,राजकुमार पाण्डेय,आशा सिंह,नंदलाल दुबे,मनोज तिवारी,श्याम दुबे,योगेंद्र जयसवाल आदि ने कथा श्रवण किए,देवी दत्त ने आए हुए सभी का स्वागत सम्मान साल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया ,यह श्री राम कथा जय मां शेरावाली जन कल्याण ट्रस्ट द्वारा लोधा हेरिटेज देशले पाढा डोंबिवली पूर्व में 9जनवरी तक चलेगी।सूत्र संचालन पंडित विरेंद्र तिवारी ने बड़ी ही मार्मिकता से करते हुए आए हुए सभी भक्तो का आभार व्यक्त कर सभी से नम्र निवेदन किया कि आप सभी आए और प्रभु श्री राम की कथा श्रवण कर अपने जीवन को धन्य बनाए।