गीता जयंती पर श्रीमद्भगवद्गीता रथयात्रा एवं कलश यात्रा का आयोजन
भिवंडी : भिवंडी के ताड़ाली-ठाकरापाड़ा पाइप लाइन स्थित स्वामी गम्भीरानन्द नवनिर्माण ट्रस्ट द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता की 5168 वीं जयंती के अवसर पर श्रीमद्भगवद्गीता रथयात्रा,ध्वज यात्रा एवं कलश यात्रा का आयोजन किया गया था| स्वामी गम्भीरानन्द सरस्वती जी महाराज के संरक्षण में आयोजित इस कलश यात्रा का शुभारंभ वराला देवी मंदिर से किया गया| जहां स्वामी सुबोधानंद महाराज एवं ब्रह्म.प्रेमस्वरूप चैतन्य के मार्गदर्शन में वरालादेवी मंदिर परिसर में पं. राजेश झा द्वारा कलश विधिवत पूजन कराने के बाद शोभायात्रा का शुभारंभ किया गया| जिसमें भारी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थी| वहीं उनके आगे भारी संख्या में युवा हाथ में भगवा ध्वज लेकर उड़िया भजन मंडली के साथ कीर्तन करते हुए आगे बढ़ रहे थे| इस रथयात्रा में अर्जुन का सारथी बनकर भगवान कृष्ण जहां रथ पर सवार थे| वहीं धृतराष्ट,गांधारी,कुंती एवं द्रौपदी सहित अन्य पात्र रथयात्रा का शोभा बढ़ा रहे थे| रथयात्रा में शामिल आशीर्वाद हिंदी हाईस्कूल के बच्चे जहां बैंड बजा रहे थे| वहीं आरबी पवार हाईस्कूल की छत्राओं द्वारा लेझिम प्रस्तुत किया जा रहा था|
यह रथयात्रा वराला देवी मंदिर से शुरू होकर पद्मानगर चौक,चंदनबाग़,कामतघर एवं ताड़ाली-पाइप लाइन होता हुआ गम्भीरानन्द आश्रम पहुंचा| रथयात्रा का स्थानीय नागरिकों द्वारा जगह-जगह स्वागत किया जा रहा था| पद्मानगर चौक पर बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष शेट्टी द्वारा स्वागत करके रथयात्रा में शामिल लोगों को पीने के लिए पानी उपलब्ध कराया गया था| इसी तरह वरालादेवी भवन के पास नेशनल लैब के अरविंद भाई, काटेकर नगर में पूर्व उपमहापौर मनोज काटेकर एवं हनुमान नगर में पूर्व नगरसेवक हनुमान चौधरी सहित कई अन्य नागरिकों द्वारा स्वागत किया गया| कलश यात्रा के गम्भीरानन्द आश्रम में पहुंचने के बाद ब्रह्म. प्रेमस्वरूप चैतन्य जी महाराज के मार्गदर्शन में श्री त्रिलोकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेष करने के बाद कलश यात्रा का समापन किया| डॉ. प्रभाकर विश्वकर्मा,दीपमाला विश्वकर्मा, उज्वला कुसमा एवं प्रेम जायसवाल द्वारा भजन प्रस्तुत करने के बाद आश्रम द्वारा संचालत मां भारती विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा महाभरत पर एक नाट्य प्रस्तुत किया गया| जिसके बाद स्वामी सुबोधानंद महाराज एवं ब्रह्म.प्रेमस्वरूप चैतन्य जी द्वारा श्रीमद्भवद्गीता पर प्रवचन एवं आरती के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया| इस अवसर महाप्रसाद का आयोजन किया गया था| जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भोजन प्रसाद का लाभ लिया | कार्यक्रम को सफल बनाने में ब्रह्म. शरणागतजी,डॉ. अल्पेश चौधरी प्रो. कुलदीपसिंह राठौर, श्रीनिवास कोंगारी,प्रो रवि बिटला, विवेक पांडेय,भास्कर बेती,शेखर अलूवाला,राजू मौर्या एवं गुड्डू मौर्या सहित आश्रम के अन्य साधकों द्वारा विशेष परीश्रम किया गया|