"ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन" न सिर्फ मेमन यां मुस्लिम बल्कि पूरी इंसानियत के लिए बीना भेदभाव से काम करता है
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बिलासपुर प्रेस क्लब में मिडिया को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन के प्रेसिडेंट इकबाल मेमन ऑफिसर ने बताया कि ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन न सिर्फ मेमन या मुस्लिम बल्कि पूरी इंसानियत के लिए बिना किसी भेदभाव से सभी समुदायों के लिए काम करता है।
जब-जब देश के अलग-अलग राज्यों में लोगों के समक्ष संकट या पीड़ा आई वहां जाकर मेमन जमात फेडरेशन की विभिन्न इकाइयों ने इंसानियत का धर्म अपनाते हुए लोगों की दिल खोलकर मदद की है। ये कहना है ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन के अध्यक्ष हाजी इकबाल मेमन ऑफिसर का। शनिवार को उन्होंने बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जाति,धर्म का भेदभाव मेमन समाज ने कभी नहीं किया। इंसानियत से परिपूर्ण यह समाज हर संकट में देशवासियों के साथ खड़ा रहा है। देश की आज़ादी के समय मेमन समाज के लोगों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अपना सबकुछ देश के लिए कुर्बान कर दिया था। इकबाल मेमन ने कहा कि देशभर में मेमन जमात के लगभग 500 मेमन जमात है जो अलग-अलग शहरों में काम कर रहे हैं। अलग-अलग राज्यों और जिलों में जाकर मेमन जमात तैयार करना और लोगों को एकजुट बनाए रखने का प्रयास हमारी ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन कर रहा है। समाज के लिए हर जिलों में बेहतर जमात खाना हो जो लोगों के शादी ब्याह में काम आए इसका प्रयास भी किया जाता है। यही कारण है की जगह-जगह उनका यह बुनियादी स्ट्रक्चर दिखाई देता है। इकबाल मेमन ऑफिसर ने कहा कि उनका जमात व्यावसायिक गतिविधियों में आगे रहता है इसलिए समाज में जो मजबूत लोग हैं उनसे चंदा लिया जाता है हर साल करीब 12 करोड रुपए इकट्ठा कर जमात के लोगों की उन पैसों से मदद की जाती है, जैसे गरीब परिवारों को लोन के रूप में दो लाख रुपए दिया जाता है। मेडिकल में मदद दी जाती है।किराएदारों को नया मकान लेने के लिए भी पैसे दिए जाते हैं। जो लोन गरीबों को दिया जाता है वह ब्याज से फ्री रहता है। इसके अलावा समाज की विभिन्न गतिविधियों में तरह-तरह से मेमन जमात का योगदान सर्वाधिक रहता है। उन्होंने बताया कि संकट के समय में महाराष्ट्र के किसानों की बेटियों की शादी, पानी की समस्या के दौरान लोगों के लिए कुआं, हैंडपंप खुदवाने का समाज ने बड़ा काम किया है। बाढ़ के दौरान भी पीड़ितों के लिए मेमन समाज बढ़-चढ़कर मदद करता है। उन्होंने कहा कि बीते समय कोरोना काळ में उन्होंने डायलिसिस मशीन ऑक्सीजन बोटल में भी अपना योगदान दिया था। राजनीतिक क्षेत्र में समाज को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव के लिए मेमन समाज आगे रहता है। समाज के किसी भी व्यक्ति को किसी पार्टी या दल से जुड़ना है कभी भी रोक-टोक नहीं की जाती है। किसी भी समाज या दल से जुड़कर बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस समय देशभर में लगभग 15 लाख मेमन जमात के लोग हैं और आने वाले दिनों में उनका फिर से सर्वे कराया जा रहा है ताकि पता चल सके कि कौन किस स्थिति में है। पत्रकार परिषद के दौरान उनके साथ साकिर भाई बाटलीवाला, प्रोफेसर सज्जाद हैदराबाद, इमरान फ्रूटवाला, समद लोधिया ऑस्टिन अमेरिका, जहांगीर भाभा,अशरफ मेमन सहित समाज के नामी गिरामी लोग मौजूद रहे।