महाराष्ट्र सरकार ने स्कूलों को फिर से खोलने से पहले SOP जारी किया।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी SOP के अनुसार स्कूल केवल उन गांवों और शहरों में शुरू किए जाएंगे, जहां पिछले एक महीने में covid-19 मामलों में काफी गिरावट देखी गई है। राज्य सरकार ने 17 अगस्त से ज्यादा स्टूडेंट्स को ऑफ़लाइन क्लास फिर से शुरू करने की अनुमति देने का फैसला लिया है।
महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने आगे जानकारी दी है कि std 5 से 12 के स्टूडेंट्स को 17 अगस्त से ग्रामीण क्षेत्रों (rural areas) में स्कूल में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी और शहरी क्षेत्रों (urban areas) में std 8 से 12 तक के स्टूडेंट्स को स्कूलों में जाने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा, उन एरिया में स्कूल फिर से खुलेंगे जहां covid-19 के मामले कंट्रोल में हैं।
इसके अलावा राज्य भर में स्कूल फिर से शुरू होने के बाद, टीचर को हर दिन तीन से चार घंटे तक लिमिटेड काम करेंगे और किसी भी सांस्कृतिक सभा (cultural gathering) या खेल आयोजन (sporting event) की परमिशन नहीं होगी। साथ ही, स्कूलों को आपात स्थिति (emergency situation) के लिए आइसोलेशन (isolation) की सुविधा प्रदान करनी होगी और स्थानीय स्वास्थ्य विभागों (health departments) के साथ कॉन्टेक्ट में रहना होगा।
SOP कुछ इस प्रकार हैं:-
स्कूलों को डिजिटल थर्मामीटर (digital thermometer) और सैनिटाइजर (sanitizer) करने को कहा गया है।
जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि अगर स्कूलों में क्वारंटाइन सेंटर (quarantine center) बनाए गए हैं तो स्कूल खुलने से पहले उन्हें बंद करना होगा।
स्कूल को फिर से खुलने से पहले सभी स्कूल टीचर और स्टाफ को 48 घंटे में RTPCR टेस्ट कराने के लिए कहा गया है।
SOP में कहा गया है कि दो बेंचों के बीच कम से कम छह फीट की दूरी वाली क्लास की बेंच पर सिर्फ एक स्टूडेंट को बैठने दिया जाए।
इसके अलावा, SOP में कहा गया है कि सभी टीचरो को covid-19 के लिए वैक्सीनेशन की खुराक लेनी बहुत ज़रूरी हैं।
और बता दें की इससे पहले 28 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार ने मौजूदा शैक्षणिक वर्ष (academic year) के लिए स्कूल की फीस में 15 % की कटौती करने का फैसला किया था। इस फैसले का डिटेल आर्डर ही जारी किया जाएगा।