परभणी का बेमिसाल रहेनुमा आलमगीर खान
परभणी -काजी फहिम अच्छा रहेनुमा वह होता है.जो अपनी जरुरत से जादा अवाम कि जरुरत का खियालात रखे. एसी ही एक सकसियत परभणी जिले मे आलमगीर खान की है.
आलमगीर खान ने 2019 मे वंचित बहुजन आघाडी के ओर से लोकसभा का एलेक्शन लडा था.और 1,59,000 वोट ले कर अपने ताकद का लोहा मनवाया था.परभणी लोकसभा मे तिसरे उमेदवार ने पहेली बार एक लाख कसे जादा वोट लिए है.आलमगीर खान एक पडा लिखा खाबील सॉफ्टवेअर इंजिनिअर है.जिस ने सियासत मे रहते हुए सिर्फ कमजोर, पिछळे,अल्पसंख्याक, दलित, मागास समाज मे शैक्षणिक, आर्थीक क्षेत्र मे मदत कर के उन की हिंमत बडाने का काम कर रहे है.दिनी इज्तेमा हो या मदरेसो की इमारत बनाने के काम मे बड चड कर हिस्सा लेते है.उनहो ने आंदोलन, मोर्चे,भुक हरताळ मे सहभाग हो कर गरिबो को न्याय देने का काम किया है.उन का कहेनाहै के सियासत मे अपना मुक्काम बनाए बगैर मुस्लिम, दलित, ओबीसी के प्रश्नो को हल नही किया जाता.आलमगिर खान को परभणी की जनता का कहेना है के वह दुसरी बार परभणी लोकसभा का एलेक्शन लडे क्यु के शिवसेना और राष्ट्रवादी मे फुट के बाद सभ पार्टीयो मे खिचडी हो गई है कोई पार्टी सेकुलर नही रही, आलमगीर खान ही एकेले सेकुलर उमेदवार है.हर समाज के लोग उन के कामो से खुश है.एसा लगता है. वह सियासत मे मैदान मै तरकी कर के लोकसभा मे जनता के साथ की वजहा से सफ होगे.
आलमगीर खान को आज 20 दिसंबर को उन के जन्मदिन के मौके पर हमारख ओर से शुभकामना.