3.5 लाख रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में फारेस्ट डिपार्टमेंट के 3 अधिकारी गिरफ्तार।
ACB ने नवी मुंबई के वाशी में एक साइट सुपरवाइज़र से कथित तौर (Allegedly) पर 3.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में 3 फारेस्ट डिपार्टमेंट स्टाफ को गिरफ्तार किया है।
तीनों पर एंटी करप्शन कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें 16 अक्टूबर तक ACB की हिरासत में भेज दिया गया है। ACB ने कहा कि उनकी पहचान वनपाल संजय पवार और वन रक्षक दीपक वर्मा और अमित राणे के रूप में हुई है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि तीनों वाशी में उस स्थान पर गए जहां डेमोलिशन का काम चल रहा था और उसे बताया कि जमीन ठाणे क्रीक फ्लेमिंगो अभयारण्य (sanctuary) और इको-सेंसिटिव जोन के दायरे में आती है। ACB ने कहा कि फारेस्ट अधिकारियों ने सुपरवाइज़र को यह कहते हुए नोटिस दिया कि उसने काम करने के लिए नेशनल वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट और फारेस्ट डिपार्टमेंट की परमिशन नहीं ली है।
अगले 6 महीनों के लिए हर महीने 5 लाख रुपये की मांग की, बाद में वे शिकायतकर्ता से 3,50,000 रुपये की अमाउंट स्वीकार करने पर सहमत हुए।
शिकायतकर्ता द्वारा ACB से संपर्क करने के बाद, मंगलवार शाम को फारेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा एक जाल बिछाया गया और शिकायतकर्ता से 3,50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए 2 फारेस्ट डिपार्टमेंट के स्टाफ को पकड़ लिया गया। बाद में वनपाल पवार को भी गिरफ्तार कर लिया गया।